सोनभद्र (उ0प्र0)
सरकारी स्कूल और समाज के बीच के संबंधों को मजबूत बनाने में SMC की अहम् भूमिका होती है। उपस्थिति हो, नामांकन हो, भौतिक संसाधन हो या विद्यालय की सुरक्षा, सक्रिय SMC का होना किसी भी विद्यालय के विकास के लिए बेहद जरुरी है। इसी संबंध में आज 5:30 बजे से 6:00 बजे तक वेबीनार के कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ जो जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र डॉ गोरखनाथ पटेल सर के संरक्षण में संपन्न हुआ।
डॉ बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि अधिकांश एसएमसी के सदस्यों को उनके अधिकार और कर्तव्य का ज्ञान ही नहीं है जिसकी वजह से वह विद्यालय में उदासीन रहते हैं जरूरत है उन्हें जागरूक करने की इसके लिए समय-समय पर मीटिंग करके उन्हें उनके अधिकार और कर्तव्यों का बोध कराया जाना बहुत जरूरी है जितना ही सक्रिय s.m.c. की समिति होगी उतना ही बेहतर व्यवस्था होगी विद्यालय की कोरोना वायरस काल में एसएमसी के सदस्यों का भी दायित्व है कि वह ऑनलाइन शिक्षण में बच्चों को प्रतिभाग कराएं और उन्हें प्रेरित करें जिससे सभी बच्चे अपने अध्ययन को सुचारू रूप से जारी रख सकें।
- गौतम विश्वकर्मा की रिपोर्ट
सच्चाई की डगर पर ......
सरकारी स्कूल और समाज के बीच के संबंधों को मजबूत बनाने में SMC की अहम् भूमिका होती है। उपस्थिति हो, नामांकन हो, भौतिक संसाधन हो या विद्यालय की सुरक्षा, सक्रिय SMC का होना किसी भी विद्यालय के विकास के लिए बेहद जरुरी है। इसी संबंध में आज 5:30 बजे से 6:00 बजे तक वेबीनार के कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ जो जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र डॉ गोरखनाथ पटेल सर के संरक्षण में संपन्न हुआ।
डॉ बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि अधिकांश एसएमसी के सदस्यों को उनके अधिकार और कर्तव्य का ज्ञान ही नहीं है जिसकी वजह से वह विद्यालय में उदासीन रहते हैं जरूरत है उन्हें जागरूक करने की इसके लिए समय-समय पर मीटिंग करके उन्हें उनके अधिकार और कर्तव्यों का बोध कराया जाना बहुत जरूरी है जितना ही सक्रिय s.m.c. की समिति होगी उतना ही बेहतर व्यवस्था होगी विद्यालय की कोरोना वायरस काल में एसएमसी के सदस्यों का भी दायित्व है कि वह ऑनलाइन शिक्षण में बच्चों को प्रतिभाग कराएं और उन्हें प्रेरित करें जिससे सभी बच्चे अपने अध्ययन को सुचारू रूप से जारी रख सकें।
- गौतम विश्वकर्मा की रिपोर्ट
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