सोनभद्र
रक्षाबंधन के पावन अवसर पर जिले में बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर रंग बिरंगी राखी बांधी, देश में चल रहे कोरोना महामारी के कारण जहां एक ओर भाई अपनी बहनों के यहां जाने से कतरा रहे हैं वही बहनें भी भाई के घर जाने से डर रही हैं फिर भी भाई और बहनों ने एक दूसरे का सपोर्ट किया और कहीं भाई बहन के यहां और बहन भाई के यहां जाकर के बहनों ने भाइयों को राखी बांधा, वहीं कुछ बहनों ने अपने भाई के साथ साथ पेड़ पौधों को भी राखी बांधी और पर्यावरण संरक्षण-वृक्ष संरक्षण आदि का संकल्प लिया और ईश्वर से प्रार्थना की कि हे प्रभु इस कोरोना महामारी से जल्द से जल्द मुक्ति दें।
रक्षाबंधन का अर्थ है वह बंधन जिसमें किसी की रक्षा का संकल्प हो इसीलिए राखी बांधते समय बहनें कहती है कि- "भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना, मेरी सब प्रकार से रक्षा करना" आज के दिन बहुत सी बहनों ने अपने भाई के हाथ में राखी बांधकर उन्हें अपने हाथ से बनी हुई मिठाई खिलाई, क्योंकि कोरोना वायरस के कारण बाजार से भी मिठाई लाने में भी कुछ लोग डर रहे हैं। फलस्वरूप भाई भी अपनी बहन को उपहार भेंट किए। रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर छोटे बच्चों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिला बच्चे नए वस्त्र धारण कर भगवान की पूजा अर्चना किये। वहीं बहनों ने भी नए वस्त्र पहनकर भाइयों के कलाई में रक्षा सूत्र बाँधी, कुछ बहनों ने भाइयों के साथ साथ पेड़ पौधों को भी राखी बाँधी।
परसौना केकराही की मानसी पाण्डेय ने अपने भाई के साथ साथ आम के पेड़ को भी राखी बाँधी। मानसी ने बताया कि वृक्ष हमारे जीवन का एक मूल आधार है अतः उनकी संरक्षण के लिए हमें अपने परिवार का एक अंग बनाना परम आवश्यक है इसलिए वृक्षों को राखी बांधकर भाई बनाने का विचार मेरे मन में आया वहीं रावर्ट्सगंज ब्लॉक के पास छपका गांव में पलक, प्राची, पीहू ने भी अपने भाइयों के साथ - साथ आम, अमरुद, अनार, पीपल, बरगद, नीम इत्यादि वृक्षों को रक्षा सूत्र बाध कर पर्यावरण व वृक्ष सुरक्षा का संकल्प लिया।
हमारे पत्रकार योगेश मिश्र के अनुसार नीपराज निवासी श्रेया ने भी अपने भाईयों के साथ साथ वृक्षों को भी राखी बांधकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
मधुपुर से संवाददाता प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि रक्षाबंधन के अवसर पर मधुपुर बाजार में काफी चहल- पहल देखने को मिला।
हमारे चतरा ब्लाक व्यूरो चीफ अवनीश देव ने बताया कि रक्षाबन्धन के अवसर पर पन्नूगंज थाना क्षेत्र के मेन मार्केट रामगढ़, चतरा इत्यादि में मिठाई की कई दुकानों से मीठा समाप्त हो चुका है। दुकानदारों से संपर्क करने पर दुकानदारों द्वारा बताया गया कि कोरोनावायरस के मद्देनजर खोआ, दूध, छेना इत्यादि की आवक कम होने के कारण हम लोग भरपूर मिठाई की व्यवस्था नहीं कर पाए जिससे दुकानों में मिठाई समय से पहले ही समाप्त हो गई।
-जिला ब्यूरो चीफ गोविन्द प्रसाद पाण्डेय की रिपोर्ट
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