तीज का त्यौहार लाया खुशियाँ अपार : निर्मला सिंहा
हरतालिका तीज
तीज का त्यौहार लाया खुशियाँ अपार,
मायके का दुलार, ससुराल का श्रृंगार
तीज का त्यौहार लाया खुशियाँ अपार।
रखूँ निर्जला व्रत आशीष माँगू गौरी शंकर से अखंड सौभाग्य की।
करूँ सोलह श्रृंगार,
मेहंदी लगाऊँ पिया नाम की,
हाथों में भरी रहीं चूड़ियाँ,
छम-छम करें पायल,
पैरों में लगाऊँ लाल-लाल आल्ता,
रहे सब अखंड सौभाग्य ऐसा आशीष माँगू।
उसके चेहरे पर कांति हमेशा
प्रकाशवान रहे।
उज्जवल भविष्य, स्वस्थ और
निरोग रहें।
घर के आँगन में झूला झूलूँ, पिया संग
रहें हमेंशा अचल सुहाग सबका।
ऐसी आशीष और कामना से रखूँ
यह व्रत मैं।
तीज का त्यौहार लाया खुशियाँ अपार,
सखियों संग मल्हार,
सलामत रहे सबका प्यार
दिल से देते दुआयें बार-बार।
लेखिका- निर्मला सिन्हा, साहित्यकार, कवियत्री
डोंगरगढ़, छत्तीसगढ़
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तीज गीत