पति की लंबी उम्र के लिए सुहागिनों ने रखा तीज का निर्जला व्रत

पति की लंबी उम्र के लिए सुहागिनों ने रखा तीज का निर्जला व्रत
 
रॉबर्ट्सगंज-सोनभद्र : (जिला ब्यूरो चीफ बृजेश कुमार सिंह की रिपोर्ट)
जनपद मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज में बृहस्पतिवार को हरितालिका तीज के अवसर पर नगर की बाजारों एवं मंदिरों में रौनक देखने को मिली। इस अवसर पर महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु, स्वस्थ सुखद दांपत्य जीवन एवं सुख समृद्धि के लिए निर्जला व्रत रखकर घरों और मंदिरों में माता पार्वती और भगवान भोलेनाथ का विधि विधान से पूजन- अर्चन किया।

  महिलाओं ने दिन भर निर्जला व्रत रखकर हरितालिका तीज पूजा की तैयारी किया और शाम को पारंपरिक परिधान में सज धज कर भगवान भोलेनाथ के मंदिरों में पूजन- अर्चन कर घर परिवार के सुख-समृद्धि की कामना की।
  इस अवसर पर महिलाओं ने घरों, मंदिरो, सर्वजनिक स्थानों पर तीज व्रत से जुड़ी  लोककथाओ का वाचन एवं  लोक गीतों का गायन किया।
  वही साहित्यकार प्रतिभा देवी ने बताया कि भादव मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज मनाई जाती है। यह दो शब्दों के मेल से बना है हरत एवं आलिका। हरत का मतलब हरण से है और आलिका का मतलब सखियों से हैं।

मान्यता है कि इस दिन माता पार्वती की सहेलियां उनका हरण कर उन्हें जंगल में ले गई थीं। जहां पर माता पार्वती ने भगवान शिव को वर रूप में पाने के लिये कठोर तप किया था। जब जंगल में स्थित गुफा में माता पार्वती भगवान शिव की कठोर आराधना कर रही थी तो उन्होंने रेत के शिवलिंग को स्थापित किया था।
मान्यता है कि यह शिवलिंग माता पार्वती द्वारा हस्त नक्षत्र में भाद्रपद शुक्ल तृतीया तिथि को स्थापित किया था इसी कारण इस दिन को हरतालिका तीज के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से सुहागिन महिलाओं की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। और उन्हे अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। ये व्रत कुंवारी कन्याओं द्वारा भी योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए रखा जाता है।

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