ओम प्रकाश श्रीवास्तव "ओम" जी द्वारा लिखी रचना - मेरे कान्हा
(मेरे कान्हा)
कान्हा मेरा भोला भाला,
कहे जग नंदलाला,
प्यारे प्यारे गोपाला को,
प्रेम से बुलाइये।
कान्हा मेरा नटखट,
तोड़े घट झटपट,
माखन का है शौकीन,
माखन खिलाइए।
सांवली सूरत वाला,
गोकुल का प्यारा ग्वाला,
प्रेम से कान्हा ग्वाले को,
अपना बनाइये।
कान्हा की पूजा कर लो,
भक्ति मन में धर लो,
विनती प्रभु से करो ,
संकट मिटाइये।।
-ओम प्रकाश श्रीवास्तव "ओम"
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