देश व समाज की प्रगति में नारी की भूमिका, नारी गाथा काव्य संग्रह का हुआ विमोचन

देश व समाज की प्रगति में नारी की भूमिका, नारी गाथा काव्य संग्रह का हुआ विमोचन

"साहित्य एक नज़र" कोलकाता से प्रकाशित होने वाली दैनिक पत्रिका की प्रस्तुति - "देश व समाज की प्रगति में नारी की भूमिका : नारी गाथा साझा काव्य संग्रह " आदरणीया उषा कंसल जी के संपादन में  सह संपादिका आ. ज्योति सिन्हा जी, आ. दीप्ति प्रिया जी, आ. सृष्टि मुखर्जी, संरक्षक आ. सुधीर श्रीवास्तव जी, संकलनकर्ता आ. राजीव भारती जी, साहित्य एक नज़र संपादक व तकनीक निदेशक रोशन कुमार झा जी एवं सम्मानित साहित्यकारों के सहयोग से राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लालबहादुर शास्त्री जी की जयंती (02 अक्टूबर) के अवसर पर सुप्रसिद्ध लेखिका/कवयित्री आ. संगीता सागर जी के कर कमलों से शाम 7 बजे साहित्य एक नज़र फेसबुक मंच पर ऑनलाइन विमोचन किया गया। 
   विमोचन करते हुए आ. सागर ने नारी के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला और संग्रह के साथ संपादक मंडल को बधाइयाँ व शुभकामनाएं दी।
    प्रस्तुत साझा काव्य संकलन में 20 रचनाकारों की रचनाएं को सम्मिलित किया गया है। सम्मिलित रचनाकारों में  आ. राजीव भारती जी, डॉ. अनिल शर्मा जी, आ. रंजना लता जी, आ. संगीता सागर जी , आ. गगन खरे क्षितिज जी , आ. सुधीर श्रीवास्तव जी, आ. मीरा मिश्रा जी, आ. नेहा धामा जी,आ. अंबिका गर्ग जी, आ. भगवती सक्सेना जी, आ. ज्योति सिन्हा जी,आ. ममता मनीष सिन्हा जी, आ. रोशन कुमार झा जी, आ. विनीता कुशवाहा जी, आ. कंचन विश्वकर्मा " कनक " जी, आ. अनूप सिंह जी, आ. कृष्ण कुमार महतो जी, आ. दीप्ति प्रिया जी, आ. सृष्टि मुखर्जी जी, आ. उषा कंसल जी शामिल हैं । संकलन में सम्मिलित सभी रचनाकारों को  "गार्गी सम्मान - 2021" से सम्मानित किया गया ।  साहित्य एक नज़र का शुभारंभ 11 मई 2021 मंगलवार को हुआ रहा , आज साहित्य एक नज़र 145 वें अंक प्रकाशित कर , विश्‍व साहित्य संस्थान वाणी ,  साहित्य एक नज़र  , मधुबनी इकाई - মিথি LITERATURE, मिथि लिट्रेचर मैथिली मासिक पत्रिका , बिहार बोधी, महाकाल काव्य वृष्टि , वक्त की बातों में ना आना, साहित्य शक्ति और राष्ट्र शक्ति,  गंगा ... कल आज और कल साझा काव्य संग्रह का प्रकाशन कर अपने अठारह सौ सम्मानित साहित्यकारों के साथ साहित्य की यात्रा कर रहे है,  इस साझा संकलन के सभी रचनाएं उत्कृष्ट होने के साथ नारी की विभिन्न अवस्थाएं, रूप, स्वभाव और समाज में नारी के योगदान आदि को दर्शा रही है। देश व समाज की प्रगति में नारी की भूमिका नारी गाथा साझा काव्य संग्रह विमोचन के शुभ अवसर पर अनेक साहित्यकारों, रचनाकारों व पाठकों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की। 
साहित्य एक नज़र की अगली प्रस्तुति - घटती हरियाली बढ़ती समस्याएं - आ. सुधीर श्रीवास्तव जी के संपादन में शीघ्र प्रकाशित होने वाली है, जिसके लिए सम्मानित साहित्यकारों की रचनाएं आमंत्रित की गई हैं।

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