माँ भगवती का सातवाँ स्वरूप कालरात्रि : हंसराज सिंह "हंस"
!! माँ भगवती का सातवाँ स्वरूप कालरात्रि !!
!! छन्द कुण्डलियाँ!!
कालरात्रि माँ भैरवी, चामुण्डा है नाम।
भूत प्रेत बेताल का, करतीं कामतमाम।।
करतीं कामतमाम, सिद्धियाँ देतीं हमको।
करता दास प्रणाम, समर्पित हो माँ तुमको।।
कहते कविवर 'हंस', करो कल्याण भक्त का।
धरो रूप अति रौद्र, भैरवी कालरात्रि माँ।।
मुण्डमालिनी भैरवी, करो दुष्ट संहार।
दानव दल का नाश कर, हरो धरा का भार।।
हरो धरा का भार, शुभंकारी हे माता।
करो सदा कल्याण, शरण में जो भी आता।।
कहते कविवर 'हंस', महा तुम शक्तिशालिनी।
करो नाम साकार, भैरवी मुण्डमालिनी।।
हंसराज सिंह "हंस"
सोनाई, करछना, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
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कालरात्रि माँ