नए साल की शुभकामनाओं के साथ एक प्यारा सा गीत : सुनील वाजपेयी
(नव वर्ष 2022)
मुस्कुराते हुए,
दिल चुराते हुए,
आ रहा है नया साल गाते हुए।
ठंड ओढ़े हुए,
धूप की चुनरी,
फिर रही संग हवा के फिरे जो परी,
गुनगुनी चेतना को जगाते हुए,
आ रहा है नया साल गाते हुए।
एक सिरहन भरी है खुशी हर तरफ,
हर दिशा है मगन,
गिर रही है बरफ,
प्रेम के गीत को गुनगुनाते हुए,
आ रहा है नया साल गाते हुए।
कोहरे में लगी डूबने घाटियां,
फूल ही फूल से खिल रही वादियां,
खुशबू की लहर में समाते हुए,
आ रहा है नया साल गाते हुए।
है उमंगो भरा धूपिया सा गगन,
जग रही हर तरफ एक मीठी अगन,
इंद्रधनुषी सपन जगमगाते हुए,
आ रहा है नया साल गाते हुए।
- सुनील वाजपेयी
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