नया सवेरा नई शुरुआत

नया सवेरा नई शुरुआत
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रात अंधेरी बीत गई,
नया सवेरा आया है।
जीवन पथ पर आगे बढ़ने,
ख्वाब नये ले आया है।

नई नई उम्मीदें जागेंगी,
स्वप्न नये हम देखेंगे।
प्रतिकूलताओ को हमको भूलकर,
संकल्प नये दोहराएंगे।

गुजर गए जो लमहे,
खट्टे मीठे प्रसंगों के।
भूल उन्हें उत्कर्ष करेंगे,
अनुकूलता का वरण करेंगे।

आवाहन नए वर्ष का होगा,
समापन रूढ़िवादिता का होगा।
नव विश्वास दिलों में होगा,
निरंतर हमें आगे बढ़ना होगा।

जीवन के अगले पायदान पर,
कदम दृढ़ता से रखना होगा।
उत्साह, उम्मीद को साथ लेकर,
नव वर्ष का वंदन करना होगा।

- प्रभा दुबे
रीवा, मध्य प्रदेश
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