जीवन साथी
साथ निभाए जीवन भर ,
हमको ऐसा साथ चाहिए ।
पथरीले जीवन पथ पर ,
जीवन साथी का हाथ चाहिए ।
एक की भावना समझ सके जो ,
कुछ भी बिना बताये ।
अहसासों को एक दूजे के ,
जान सके जो बिना जताये ।
कष्ट एक का नही अकेला ,
दूजे का बन जाए ।
पल पल लगे वर्ष के जैसा ,
विलग नही रह पाए ।
दिल होकर भी अलग अलग ,
पर धड़कन एक रहे ।
शब्द और अर्थ सा मिलकर ,
जीवन में संगीत बहे ।
खुशी एक हो, गम भी एक हो ,
दोनों हारने को तैयार ।
नहीं जीत की कोई लालसा ,
बने अनोखा ऐसा प्यार ।
एक की इच्छा दूजा जाने ,
उसकी इच्छा अपना माने ।
अनिच्छा भी पता चले ,
क्यों अनिष्ट की जिद ठाने ।
साथ जो देता जीवन भर का ,
जैसे दीया और बाती ।
प्राण से प्यारे एक दूजे को ,
होते हैं जीवन साथी ।
रचनाकार- चंद्रकांत पाण्डेय
महाराष्ट्र
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रचना/ संपादकीय