गौरवमय अतीत भारत का
गौरवमय अतीत देश भारत का ,
सभ्यता , संस्कृति रही महान।
स्वर्ग समान सुंदर राष्ट्र का,
अधिकांश देश करते गुणगान ।
देवों, संतों, ऋषि, मुनियों की धरती,
धरती यह राधा, सावित्री , सीता की ।
कर्मभूमि छत्रपति राजाओं की ,
पुरुषोत्तम राम, श्रीकृष्ण के गीता की ।
उत्तर में प्रहरी पर्वतराज हिमालय ,
दक्षिण में सुशोभित कन्याकुमारी ।
पूर्व में हरा - भरा , सुंदर आसाम ,
पश्चिम राजस्थान का मरुस्थल भारी ।
एक तरफ़ हिमालय के पर्वत प्रदेश ,
दूसरी ओर गंगा यमुना का मैदान ।
खाद्यान्न उगलती यहाँ की धरती ,
वसुंधरा तो रत्नों की खान ।
भाषा , प्रांत , धर्म में बँटा ,
पर भारत की अपनी विशेष पहचान ।
अनेकता में भी एकता दिखती ,
अपना अतीत सच में महान ।
रचनाकार- चंद्रकांत पांडेय
मुंबई / महाराष्ट्र
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रचना / संपादकीय/ मनोरंजन