प्यारा चंदा तू मेरा, शीतल चांदनी मैं तेरी

प्यारा चंदा तू मेरा, शीतल चांदनी मैं तेरी
ओढ़ ली चुनरिया तेरे नाम की,
सिंदूर को देख साजन, चांद तारों से मैंने भर ली,
तू मेरा मधुर साज, संगीत मैं तेरी
चंदा तू मेरा प्यारा, शीतल सी चांदनी मैं तेरी...
पिया चांद के साथ चलनी से करूंगी तेरा दीदार,
चूड़ी छनकेगी, समझ लेना मेरा असीमित प्यार...
सुहागन मरूं और कोई दुआ दूजा न करूं,
अंतिम श्रृंगार तेरे हाथों से करूं...
अपने हाथों पानी पिला देना,
स्नेह से फिर आशीष दे, बांहों में भर लेना..
तेरे दिल में हर पल बसी रहूं,
प्यारा सा घर मंदिर सा सजाती रहूं..
ममता बच्चों पर लुटाती रहूं..
जिस ओर तेरे कदम पड़े, कामयाबी हमेशा मिले,
स्वस्थ, प्रसन्नता से चेहरा तुम्हारा खिलता रहे...

- उमा पुपुन की लेखनी से
रांची, झारखंड

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने