जिंदगी

जिंदगी 

ज़िंदगी ने ही गिराया है,
उसी ने उठना सिखाया है,
दुख बहोत मिले ज़िंदगी में,
लेकिन उसी ने मुझे लिखना सिखाया है,
उसने मुझे दिमाग से नहीं,
बल्कि दिल से सोचना सिखाया है,
मैं आज जो कुछ भी हूं,
सब उसी ने बनाया है,
खड़ा हूं अब उस मोड़ पर,
की ना जाने कब क्या हो जाए,
पर ऊपर वाले की कृपा है,
जो मुझे क्या से क्या बनाया है,
खुशकिस्मत हूं मैं बहोत,
जो आप सबका मैंने साथ पाया है,
दुआ करता हूं आप सब खुश रहें,
क्योंकि मंज़िल तक बड़ी दूर जाना है,
शुक्रिया आप सबका,
जिन्होंने मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया है।

- मनीक गुप्ता 
उत्तर प्रदेश 

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