विश्वकर्मा एकता में बाधक तत्वों एवम् उसकी विसंगतियों पर हुई चर्चा
वाराणसी :
दिनांक 15 दिसम्बर 2024, दिन रविवार को धर्मेश्वर वाटिका गौतम नगर चितईपुर वाराणसी में प्रोफेसर वृन्द कुमार के पहल पर समाज हित में अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित करने वाले सामाजिक एकता व न्याय के पुरोधा परम श्रद्धेय वयो वृद्ध श्री छेदी लाल शर्मा जी की गरिमा मयी उपस्थिति में वाराणसी जनपद के अपने कुल के बुद्धिजीवियों के साथ एक चिंतन बैठक का आयोजन किया गया।
सर्वप्रथम श्री छेदी लाल शर्मा जी का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया जिसमें कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आदरणीय प्रोफेसर वृन्द कुमार जी समादरणीय प्रोफेसर पी के शर्मा जी श्री राजेश्वराचार्य जी,पूर्व जिला विकास अधिकारी डॉक्टर दयाराम विश्वकर्मा के साथ वीकेएम ट्रस्ट सोनभद्र के सचिव श्री वी के शर्मा,डॉक्टर विनोद शर्मा(एक शिक्षक)के अलावा एबीवीटी के अध्यक्ष श्री रघुवर दास ,श्री विश्वकर्मा सभा वाराणसी के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र शर्मा के अलावा प्राचीन विश्वकर्मा मंदिर न्यास,खिड़किया घाट वाराणसी के सचिव श्री धनश्याम जी प्रमुख रूप से सम्मलित हुए।
श्री छेदी लाल शर्मा जी द्वारा अपने सराहनीय कार्यों के अलावा विश्वकर्मा समाज के एकता की विसंगतियों पर व्यापक प्रकाश डाला।उन्होंने बताया कि १५ करोड़ की आबादी वाला यह समाज केवल कमाता,खाता और सो जाने का कार्य करता है जब कि बिना सत्ता में भागीदारी के हम सभी का व विश्वकर्मा समाज का उद्धार संभव नहीं है।बैठक में इसके अलावा प्रोफेसर वृन्द कुमार,प्रोफेसर पी के शर्मा डॉक्टर दयाराम विश्वकर्मा,के अलावा कुल के आचार्य श्री राजेश्वराचार्य जी व श्री वी के शर्मा ने अपने विचार प्रस्तुत किये ।
उक्त अवसर पर श्री नाथ शर्मा,श्री शशिधर पांच गौड़ श्री वेंकटेश श्री श्याम बाबू, श्री सौरभ विश्वकर्मा श्री गया प्रसाद शर्मा, श्री रंगेश्वर विश्वकर्मा श्री अरविंद शर्मा श्री नित्यानंद विश्वकर्मा,श्री कन्हैया लाल शर्मा, श्री भरत लाल विश्वकर्मा के अलावा समाज के अन्य बुद्धिजीवी गण उपस्थित थे ।
बैठक धर्मेश्वर वाटिका के मालिक श्री भरत जी के सौजन्यता व उनकी देखरेख में संपन्न हुई ।
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