अपील
सभी भ्राता श्री व बहनों का हार्दिक अभिवादन !
आप सभी महानुभावों एवम् साहित्यकार/रचनाकार बन्धुओं से अनुरोध है कि दिनांक 10/02/2025 (सोमवार) को आदि देव,सृष्टि कर्ता,देवाधिदेव भगवान विश्वकर्मा का अवतरण दिवस है,जिन्होंने सभी देवी/देवताओं को उनके रक्षार्थ अस्त्र शस्त्र दिए और रहने के लिए पुरियों व नगरों का निर्माण किया।सभी देवता भगवान विश्वकर्मा से उपकृत हैं।उन्होंने ब्रह्मा विष्णु और महेश तक को कमंडल/अक्षय पात्र,सुदर्शन चक्र और त्रिशूल दिया है।गर्भ के दौरान जीवों को आकर देने का भी काम वही करते हैं।इतना ही नहीं,भगवान विश्वकर्मा ने ही अपने खोजों और अनुसंधानों से सभ्यता और संस्कृति को जन्म दिया है।पहिया,खुरपी व हल का ईजाद कर परिवहन व कृषक संस्कृति को आगे बढ़ाया है।वही वास्तु देव भी कहलाते है,जिनकी पूजा नए गृह में प्रवेश के समय की जाती है।
अतः उस महानतम देव के उपलक्ष्य में वर्ष में पड़ने वाली तिथियों पर आप सभी अपनी अपनी रचनाएँ रच कर उनके माहात्म्य को उजागर करने में अपनी सहभागिता निभाएँ और अपने विचार/लेख/कविताओं को जो उनके महात्म्य को प्रदर्शित करती हैं,को सोशल मीडिया में भी प्रसारित करने का कष्ट करें।वे सृजन व सर्जन के भी देवता माने जाते हैं,इससे आप की रचनात्मकता में अवश्य ही अभिवृद्धि होगी ।साथ ही
उक्त दिवस को अपने घर,दफ़्तर,कल ,कारखानों,प्रतिष्ठानों में पूजा पाठ यज्ञ हवन अवश्य करें।उन महानुभावों से मेरा विशेष अनुरोध है कि जिनके कल कारख़ाने प्रतिष्ठान वर्षों से बंद पड़े हैं,उनमे उक्त दिवस को,”ॐ श्री विश्वकर्मणे नम:”मन्त्र को १०८ बार जाप करते हुए यज्ञ/ आहुति का अनुष्ठान अवश्य पूरा करें।इससे अवश्य लाभ होगा और सायं काल अपने घर प्रतिष्ठानों में पाँच दीपक तिल के तेल का अवश्य प्रज्ज्वलित करें आप की परेशानियाँ क्रमश:समाप्त होने लगेंगी और घर में खुशहाली आने लगेगी।
सादर !
भवदीय !
डॉक्टर दयाराम विश्वकर्मा
पूर्व जिला विकास अधिकारी
सुन्दरपुर वाराणसी
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संपादकीय/ अपील