राष्ट्रीय शोध लेखन के लिए डॉ.गीता देवी हिमधर को मिला सम्मान

राष्ट्रीय शोध लेखन के लिए डॉ.गीता देवी हिमधर को मिला सम्मान

कोरबा : 
    
डॉ. अंबेडकर पे बैक समिति छत्तीसगढ़ के तत्वाधान में महिला सशक्तिकरण की अग्रदूत सावित्रीबाई फुले को याद करते हुए आडिटोरियम जांजगीर में राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में महिला शक्ति की किरण वीरांगना झलकारी बाई की जीवन पर आधारित शोध लेखन के लिए डॉ.गीता देवी हिमधर को प्रशस्ति पत्र,स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया।
    डॉ. गीता देवी हिमधर के शोध लेखन "अंतर्दृष्टि वामा" नामक पुस्तक में प्रकाशित किया गया है। जिनका विमोचन भी इसी कार्यक्रम में हुआ।  
 शहिद नंद कुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ के कुल सचिव डॉ. इंदु अनंत के मुख्य आतिथ्य और अपर कलेक्टर श्रीमान एस. पी. वैद्य के अध्यक्षता में  आयोजित कार्यक्रम में डॉ. गीता देवी हिमधर ने भारत की प्रथम शिक्षिका माता सावित्रीबाई फुले के संघर्ष व महिलाओं एवं समाज के लिए किए गए कार्यऔर झलकारी बाई के जीवन के बारे में प्रकाश डाला और  महिलाओं को आगे बढ़ने का संदेश दिया।
    ज्ञात हो कि डॉ. गीता देवी हिमधर ने अपने शिक्षकीय कार्य के साथ ही साथ बालिका शिक्षा और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम करती हैं। समाज सेविका, कवियत्री, लेखिका,और वक्ता हैं।राज्यपाल पुरस्कार से पुरस्कृत हैं और विभिन्न संस्थाओं से सावित्री बाई फुले राष्ट्रीय सम्मान मिनी माता सम्मान आदर्श शिक्षक सम्मान सहित 200 से अधिक सम्मान प्राप्त कर चुकी हैं।
      सम्मानित होने पर डॉ. जगन्नाथ हिमधर,भैयाराम, सुयश, त्रिलोक, श्वेता ,
आर.एन.प्रधान,रमेश,मनोज प्रधान, धरम लहरे, शकुंतला बंजारे,भरत मीना लहरे,भोज विजेंद्र खांडेकर,राज परमानंद जांगड़े ,नीला ,हेमंत,गेस राम और स्कूल स्टाफ ने शुभकामनाएं दी हैं।

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