समाज की महान विभूति डाक्टर दयाराम विश्वकर्मा : ई. विनोद कुमार शर्मा
पूर्व जिला विकास अधिकारी रहे डॉक्टर दयाराम विश्वकर्मा समाज की महान विभूतियों में से एक हैं।उनका सामाजिक व साहित्यिक योगदान अद्वितीय है। हमें उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता।
डॉक्टर दयाराम विश्वकर्मा का जन्म वाराणसी जनपद के चकिया तहसील के क़स्बाई गाँव शहाबगंज में सन् 1962 में हुआ था ।बाल्यकाल से हीं वे सृजन शील रहे ।बचपन से हीं कला कृतियाँ बनाना,संगीत और काव्य पाठ सुनाना,उनकी विशेषता रही।कॉलेज स्तर पर हीं उन्होंने अनेक पाठ्य सहगामी क्रियाकलापों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने लगे थे;फलस्वरूप उन्हें कॉलेज स्तर पर दर्जनों पुरस्कार प्राप्त हुए,जिसका असर उनके आगामी भविष्य को बेहतर बनाने में मील का पत्थर साबित हुआ।ग्रामीण परिवेश में उनका जन्म एक साधारण विश्वकर्मा परिवार में हुआ था।प्राइमरी व जूनियर की शिक्षा गाँव से ही प्राप्त कर वे आदित्य नारायण राजकीय इण्टर कालेज में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट विज्ञान की शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ़ साइंस (आनर्स )की उपाधि प्राप्त की। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से हीं बी. एड. व एम. एड. की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कर,काशी विद्यापीठ से एम. ए. समाज शास्त्र की परीक्षा भी प्रथम श्रेणी में प्राप्त कर,शिक्षा शास्त्र में विद्या वारिधि की उपाधि पूर्वांचल विश्वविद्यालय से प्राप्त की।
बेसेंट थियोसोफिकल स्कूल वाराणसी में अध्यापन के दौरान लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश की परीक्षा पास कर खण्ड विकास अधिकारी के पद पर आसीन हुए, परियोजना अधिकारी तत्पश्चात जिला विकास अधिकारी के पद पर प्रोन्नति प्राप्त कर विभिन्न जनपदों में शासकीय सेवा प्रदान कर,वर्ष 2022 में सुलतानपुर से जिला विकास अधिकारी के पद से सेवानिवृत होकर अब समाज की सेवा कर रहे हैं। समाज की सेवा हेतु वे अखिल भारतीय विश्वकर्मा ट्रस्ट वाराणसी में मुख्य मार्ग दर्शक एवं विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट सोनभद्र में संरक्षक की भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। उनके शैक्षिक, आध्यात्मिक, योग वैदिक ज्ञान एवं विद्वत्ता को दृष्टिगत विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट मुख्यालय सोनभद्र परिवार ने अपने वार्षिकोत्सव समारोह में उन्हें विज्ञ की उपाधि से विभूषित किया।शिक्षा के प्रचार प्रसार हेतु उन्होंने शिक्षा सम्बर्धन कोष की स्थापना कर अपने कुल के बच्चों को अनेक विधाओं में समय समय पर सहायता प्रदान कर,उनका मनोबल बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं ;जिससे अपने कुल के बच्चों में शिक्षा की अलख जगाई जा सके। उनके द्वारा साहित्य में किए गए योगदान हेतु उनके वैयक्तिक परिचय पर ध्यान देने से उनके द्वारा साहित्य साधना में किये गए कार्यों व समय समय पर प्राप्त पुरस्कारों का विवरण निम्नवत् प्रस्तुत किया जा रहा है,जिससे उनके लेखन को प्रोत्साहन और सम्मान मिला है ।
आइये उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर दृष्टिपात करें ।
पूरा नाम -
डॉक्टर दयाराम विश्वकर्मा
माता-स्व॰ श्रीमती लल्लो देवी,
पिता -स्व॰ मुराहू विश्वकर्मा
जन्म तिथि:- 05/01/1962(पाँच जनवरी उन्नीस सौ बासठ)
स्थायी पता:-ग्राम व पोस्ट-शहाबगंज,तहसील-चकिया,जिला- चन्दौली,पिन कोड -232118
शैक्षिक योग्यता - बी॰एससी॰(आनर्स),एम॰ए॰(समाजशास्त्र),एम॰एड॰,पीएच॰डी॰(शिक्षा शास्त्र)
विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में अनवरत लेख, निबन्ध, कहानियाँ प्रकाशित
आकाश वाणी व दूरदर्शन पर समय- समय पर अनेक वार्ताएँ प्रसारित।
प्रकाशित पुस्तकें:-अब तक कुल छः-
1-सम्प्रेषण विधा - वर्ष 1999 में
2-ग्राम पंचायतों के अभिलेख और उनका रख रखाव,-वर्ष 2005
3-वाणी करे कायाकल्प व सुखमय जीवन,-वर्ष 2008
4-वाणी, वाणी प्रबंधन एवं सम्प्रेषण - वर्ष 2015
5-वक्त के साये(कहानी संग्रह) - वर्ष 2017
6-जीवन में उत्कृष्टता एवं आत्मोन्नति कैसे?- वर्ष 2021
अब तक प्राप्त सम्मान व पुरस्कार -
1-एलुमनी एसोसिएशन ऑफ एजुकेशन, शिक्षा संकाय,बी .एच. यू . वाराणसी द्वारा युवा विभूति का सम्मान - वर्ष 2006
2-उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान द्वारा प्रदत्त पंडित महावीर प्रसाद द्विवेदी दीर्घ कालीन साहित्य सेवा पुरस्कार - वर्ष 2014
3-औरैया हिन्दी प्रोत्साहन निधि द्वारा प्रदत्त श्री कैलास नारायण अग्रवाल गद्य गौरव सम्मान- वर्ष 2014
4-वाग्विभा फर्रुखाबाद द्वारा प्रदत्त पंडित सुदर्शन लाल शुक्ल स्मृति सम्मान- वर्ष 2014.
5-उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा प्रदत्त बाबू राव विष्णु पराड़कर नामित पुरस्कार - वर्ष 2016
6-अभिव्यंजना साहित्यिक सांस्कृतिक संस्था फर्रुखाबाद द्वारा प्रदत्त राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन सम्मान- वर्ष 2016
7-राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान द्वारा प्रदत्त डॉक्टर विद्या निवास मिश्र गद्य गौरव सम्मान - वर्ष 2019
8-सरिता लोक सेवा संस्थान सहिनवाँ सुलतानपुर द्वारा प्रदत्त साहित्य भूषण शिखर सम्मान - वर्ष 2020
9-भारतीय शिक्षा विकास संस्थान फैजाबाद (अयोध्या) द्वारा प्रदत्त साहित्य गौरव सम्मान -वर्ष 2021
10-दीप साहित्यिक संस्था फर्रुखाबाद द्वारा प्रदत्त दीप साहित्य सम्मान -वर्ष 2022
11-हिन्दी साहित्य परिषद प्रयागराज द्वारा प्रदत्त साहित्य सारस्वत सम्मान - वर्ष 2025
12.विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट मुख्यालय सोनभद्र परिवार द्वारा विभूषित - विज्ञ उपाधि सम्मान
विशेष : लेखक के नाम से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय में शोध छात्रों को डॉक्टर डी .आर. विश्वकर्मा” बेस्ट पेपर अवार्ड”भी दिया जाता है।
आपका वर्तमान निवास आर. के. पुरम कॉलोनी,सुन्दरपुर-वाराणसी है।
आप वर्तमान में नित प्रतिदिन सामाजिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, धार्मिक एवं सांस्कारिक लेख, साहित्य एवं कविताएं लिखकर समाज को नई दिशा देने हेतु प्रयत्नशील रहते हैं जो हम सभी के लिए गौरव की बात है। प्रभु की कृपा आप पर सदैव बनी रहे।
लेखक : -
इंजीनियर विनोद कुमार शर्मा
महासचिव
विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट,
सोनभद्र- उत्तर प्रदेश
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संपादकीय/ महान विभूति