गजल
आइये पढ़ते हैं शेख रहमत अली "बस्तवी" जी द्वारा लिखी ग़ज़ल
आइये पढ़ते हैं शेख रहमत अली "बस्तवी" जी द्वारा लिखी ग़ज़ल ज़माने से तू बेख़बर हो …
आइये पढ़ते हैं शेख रहमत अली "बस्तवी" जी द्वारा लिखी ग़ज़ल ज़माने से तू बेख़बर हो …
गज़ल कुछ सोच समझ फिर वार कर; तू नाहक ना तकरार कर। मौन साधना में रत हैं हम; अब इतना तो स्…
आइये पढ़ते हैं सीमा वर्णिका द्वारा लिखी- गज़ल (गज़ल) सीखी हमने दुनियादारी तुमसे । जाना क्या होती…
आइये पढ़ते हैं अनूप कुमार श्रीवास्तव द्वारा लिखी गजल गज़ल जिसे आज हमनें यहां यार समझा वो सभी…