श्री कृष्ण प्राप्ति विरह गोपी गीत श्रीमद्भागवत -१० स्क० ३१ अ० समीक्षक- आचार्य डा० गौरीशंकर उपाध्याय
श्री कृष्ण प्राप्ति विरह गोपी गीत श्रीमद्भागवत -१० स्क० ३१ अ० समीक्षक आचार्य डा० गौरीशंकर उपाध्याय गिरिडीह (झ…
श्री कृष्ण प्राप्ति विरह गोपी गीत श्रीमद्भागवत -१० स्क० ३१ अ० समीक्षक आचार्य डा० गौरीशंकर उपाध्याय गिरिडीह (झ…
धनतेरस धन की देवी लक्ष्मी माता, सब पर कृपा करें अपार , पूर्ण कामना हो सबकी , स्वतः विराज…
लेख- खोती भावनाएं : डॉ कंचन जैन "स्वर्णा" दोनों खटखटाते रहे दरवाजा, दरवाजा खोलने का…
प्यारा चंदा तू मेरा, शीतल चांदनी मैं तेरी ओढ़ ली चुनरिया तेरे नाम की, सिंदूर को देख साजन, चांद ता…
करवा चौथ वर्षों का इंतज़ार खत्म हुआ , आया समय प्यार सवाँरने का । करवा चौथ सुहाग के प्यारे पर्व…
नारी का जीवन : डॉ कंचन जैन "स्वर्णा" बरसों से खामोशी में जीती- मरती नारी , कभी भू्ण …
जय माँ सिद्धिदात्री ( माँ का अंतिम स्वरूप) माँ सिद्धिदात्री की , आज करें आराधना, माँ पूर…
आइए पढ़ते हैं चंद्रकान्त पाण्डेय जी द्वारा लिखी रचना- प्रेम ढाई अक्षर का शब्द प्रेम , …
बेटियाँ बंजर सी ज़िंदगी में उपवन हैं बेटियाँ , बेटों से तनिक भी नहीं कम हैं बेटियाँ । बहाने ब…
बंधन हर प्राणी का नाता जग से , ईश्वर को शत - शत नमन । संसार जाल संबंधो…
कान्हा एक बार फिर चले आना... कहां अब कोई शबरी के झूठे बेर में, वो अनोखा प्रेम देखता है कहां सुदा…
सरस्वती वंदना दीप मेरी आस का तू ही जला मां शारदे। दूर कर मेरा अविचल अंधेरा मां शारदे।। पथ पे मेर…
हमारा संविधान 20 वीं सदी की बात है, कैसे बना अपना संविधान आओ तुम्हे बताऊं प्यारे भारतवासी आज, ब्…
कल्पनाओं की उड़ान ख़ुद पे संयम रखने वाले नर्म दिल एक सरल स्वभाव के इंसान आप हो तो शायद?, यह काम क…
नया सवेरा नई शुरुआत ----------------------------- रात अंधेरी बीत गई, नया सवेरा आया है। जीवन पथ पर…
नया वर्ष अभिनंदन कोयल कूक कमल खिल कहते नया वर्ष अभिनंदन । बाला निडर बालपन विचरे अभय न कहीं विखण्…
सर्दी का आगमन सर्दी का हो चुका आगमन, मौसम अब बदला - बदला। खुशनुमा सी धूप हो चल…
कथनी और करनी कथनी मात्र एक प्रस्ताव , करनी कार्य का मूर्त रूप । जग महत्व करनी क…
देव दीपावली देव दीपावली हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा को मनाई जाती। स्वर्ग में इसे देव मनाते, धरा पर…
शिशु शिक्षा (शैल सुता छंद) नलिन सिता समता रख के गुरु, मानक रूप रहें मन में। प्रमुदित भाव रह…