संपादकीय/ कविता

कविता - ( विश्व कविता दिवस पर विशेष

कविता - ( विश्व कविता दिवस पर विशेष  *********** बचपन  से  ही सुनते आए , सुंदर प्यारी होती कविता …

मां तो मां होती है

मां तो मां होती है  मां थोड़ी ना हमें  कुछ होने देती है  चैन सुकून हर दर्द की दवा मां होती है  कह…

विश्वकृत तुम हो उपकारी ( कविता)

विश्वकृत तुम हो उपकारी         ( कविता) विश्वकृत तुम,जग सुखकारी। सुन लो अब,प्रार्थना हमारी ।। दो …

आओ बैठो पास हमारे ...

आओ बैठो पास हमारे ...             फोटो साभार गूगल  किन कार्यों में व्यस्त हुए हो , हम तो तेरे प्य…

अनमोल जीवन (कविता)

अनमोल जीवन  (कविता) अनमोल मिला जीवन क्यों व्यर्थ गंवाते हो, अपने हाथ से ही निज गेह जलाते हो । खुद…

नयनों में चमक आशाओं की है

नयनों में चमक आशाओं की है                  (कविता) आशा ही जीवन, आशा ही जीवन का सार। आशा ही संबल, …

पंक्षी जैसा जीना सीखो (कविता

पंक्षी जैसा जीना सीखो                                (कविता ) पंक्षी जैसा जीना सीखो, भोर हुआ ,जग …

जीवन यात्रा

जीवन यात्रा  जीवन की तैयारी यात्रा मृत्यु तक करना। जीवन है जीने को बस हार ना मानना।। लाख बाधाएं म…

नुक्कड़ की चाय

नुक्कड़ की चाय  अक्सर   लोगों  की  मन पसंद  ,  मानी जाती नुक्कड़  की  चाय  ।  सही  समय पर नहीं  म…

जिंदगी

जिंदगी   ज़िंदगी ने ही गिराया है, उसी ने उठना सिखाया है, दुख बहोत मिले ज़िंदगी में, लेकिन उसी ने …

सियासी दुकानें

सियासी दुकानें -  ********************* चौसर की चतुर चाल चलकर,  निरीह, नासमझों को रिझाने।  धवल वस्त्र धारण कर…

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